चैत्र नवरात्रि महानवमी 2025 | Chaitra Navratri Maha Navami 2025: तिथि, पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त

महानवमी 2025 कब है? | When is Maha Navami 2025?

चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि, जिसे महानवमी कहा जाता है, इस वर्ष 6 अप्रैल, रविवार को मनाई जाएगी। यह नवरात्रि का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, जब देवी दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन कन्या पूजन और हवन का विशेष महत्व होता है।

  • महानवमी मध्याह्न मुहूर्त: 11:09 AM से 01:40 PM तक

  • महानवमी मध्याह्न क्षण: 12:24 PM

  • नवमी तिथि प्रारंभ: 5 अप्रैल 2025, शाम 07:26 PM

  • नवमी तिथि समाप्त: 6 अप्रैल 2025, शाम 07:22 PM

Chitra Maha Navami 2025

महानवमी का महत्व | Significance of Maha Navami

महानवमी का दिन शक्ति, सिद्धि और मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, माँ सिद्धिदात्री सभी प्रकार की सिद्धियाँ प्रदान करती हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखते हैं और माँ दुर्गा की विशेष आराधना करते हैं।

महानवमी पूजन विधि | Maha Navami Puja Vidhi

 
1. स्नान और संकल्प | Bath and Sankalp
  • प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  • माँ सिद्धिदात्री का ध्यान करें और पूजा का संकल्प लें।

2. माँ सिद्धिदात्री की पूजा | Worship of Maa Siddhidatri
  • माँ के चित्र या मूर्ति के सामने दीप जलाएँ।

  • कुमकुम, अक्षत, पुष्प, फल, नैवेद्य अर्पित करें।

  • माँ सिद्धिदात्री के मंत्रों का जाप करें।

3. कन्या पूजन | Kanya Pujan
  • नौ कन्याओं को आमंत्रित करें और उनके पैर धोकर सम्मान करें।

  • उन्हें हलवा, पूड़ी और चने का भोग लगाएँ।

  • दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।

4. हवन एवं समापन | Havan 
  • हवन करें और माँ दुर्गा से आशीर्वाद प्राप्त करें।

  • आरती करें और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।

महानवमी का शुभ मुहूर्त 2025 | Shubh Muhurat for Maha Navami 2025

  • महानवमी पूजा का शुभ समय | Best Time for Mahanavami Puja: 6 अप्रैल, सुबह 8:10 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक

  • हवन और कन्या पूजन का उत्तम समय | Ideal Time for Havan and Kanya Pujan: 6 अप्रैल, दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक

निष्कर्ष | Conclusion

महानवमी का दिन माँ दुर्गा की शक्ति और करुणा का प्रतीक है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। भक्तगण इस दिन कन्या पूजन और हवन कर माँ सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

जय माता दी! | Jai Mata Di!

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